class 5th science solution bihar board
bihar class 5 पर्यावरण और हम book
अध्याय
– 4
मेरा
बगीचा
Q. पृष्ठ 1 के चित्रों को देखिए |
बताइए इससे आपको क्या-क्या पता चला ?
उत्तर :- चित्र को देखने से पता चलता है कि यहाँ
केवल तितली और पक्षियों के चित्रों को ही दर्शाया गया है | पेड़-पौधों तथा जानवरों
के बारे में कोई चर्चा नहीं है | तितली की विभिन्न प्रजातियों को भी दिखलाया गया
है |
Q. आप अपने इलाके के कौन-कौन से
जन्तु-जानवर या पेड़-पौधों के बारे में जानते हैं ? उनकी सूची बनाइए |
उत्तर :- मेरे इलाके के जानवर हैं – कुत्ता,
बिल्ली, गाय, भैंस, बैल, सांड, बकरी, घोड़ा, हाथी, खरगोश, चूहा आदि | मेरे इलाके के
पेड़-पौधे हैं – तुलसी, आम, केला, जामुन, अमरुद, बैर, पीपल, बरगद, शीशम, नींबू आदि
|
Q. किन्हीं दो जन्तु एवं दो पेड़ के
बारे में लिखिए |
उत्तर :- दो जंतुओं
के नाम निम्नलिखित हैं –
(i) गाय –
गाय एक महत्वपूर्ण पालतू पशु है | इससे हमें दूध प्राप्त होता है | इसका गोबर
फसलों के लिए अच्छा खाद होता है |
(ii) बैल –
बैल एक पालतू पशु है | यह खेत की जुताई तथा बैलगाड़ी को खींचने में काम आता है |
दो पेड़ निम्नलिखित हैं –
(i) आम – आम
को फलों का राजा कहते हैं | यह ग्रीष्मऋतु में प्राप्त होता है | (ii) अनार –
अनार लाल रंग का होता है | अनार में प्रचुर मात्रा में लाभदायक प्रोटीन,
कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं |
Q. इन सबके बारे में आपको कैसे पता
चला ?
उत्तर :- गाय और बैल के बारे में मुझे अपने नानी
के गाँव से पता चला था | आम का पेड़ तो मेरे इलाके में ही था और अनार के बारे में
सबसे पहली बार मुझे किताब से मालूम हुआ |
Q. घासवाले बगीचे में अलग-अलग पौधा
मिलने का क्या कारण हो सकता है? दोस्तों से चर्चा कर लिखिए |
उत्तर :- घासवाले बगीचे में अनेक पशु-पक्षी आते
हैं जो दूसरे जगहों से बीजों को लाते हैं | पक्षी फल के खाए गए बीजों को मल द्वारा
बाहर निकाल देते हैं | यही बीज अनुकूल मौसम में अंकुरित होकर पौधे बन जाते हैं |
इसी कारण घासवाले बगीचे में अलग-अलग पौधे मिलते हैं |
Q. दिए गए चित्रों को देखकर मिलान कर
लिखिए कि कौन से फूल और पत्ते एक ही पौधे के हैं ? एक उदाहरण दिया हुआ है |
चित्र 1 पौधा |
चित्र 2 पत्ती |
चित्र 3 फूल |
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2 |
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3 |
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5 |
5 |
6 |
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1 |
Q. ऐसा क्यों है कि दो एक जैसे दूब, घास
के पौधे ढूंढने में दिक्कत हो रही थी ? सोचकर लिखिए |
उत्तर :- दो एक जैसे दूब, घास के पौधे में
पत्तियों की संख्या में अंतर थी | कोई दूब दो पत्ती वाला था तो कोई तीन पत्ती वाला
| यही कारण था कि दो एक जैसे दूब, घास के पौधे ढूंढने में दिक्कत हो रही थी |
Q. उन पौधों में आपको क्या समानताएँ नजर
आईं ?
1. पत्ती का आकार एक जैसा है |
2. डंठल का आकार एक जैसा है |
3. जड़ एक जैसा है |
4. ऊपरी भाग एक जैसा है |
5. फूल एक जैसा है |
6. वे समान रंगों (हरे) के थे |
Q. उन पौधों में तुम्हें क्या भिन्नताएँ
दिखीं ?
1. पत्ती की लम्बाई एक जैसी नहीं है |
2. दो पत्तियों के बीच की दूरी समान नहीं है |
3. जड़ों की लंबाई समान नहीं है |
4. उनकी वृद्धि दर समान नहीं है |
5. उनकी मोटाई समान नहीं है |
6. वे सभी समान जगहों पर उगे नहीं है |
Q. माँ ने हरबेरियम बनाने के लिए
क्या-क्या कहा ? क्रमवार लिखिए |
उत्तर :- माँ ने हरबेरियम बनाने के लिए सर्वप्रथम
बताई कि पौधे को अखबार के मोड़ के अंदर तह लगाकर रखना होता है | फिर इस पर वजन रखकर
कुछ दिनों के लिए छोड़ दिया जाता है | पौधे सूखते हैं मगर सिकुड़ते नहीं | फिर इसका
‘एलबम’ तैयार कर लिया जाता है |
Q. हरबेरियम बनाने के लिए क्या तैयारी
करनी होगी ?
उत्तर :- हरबेरियम बनाने के लिए सबसे पहले पौधों
को जमा करना होगा | फिर एक-एक पौधे को अखबार के मोड़ के अंदर तह लगाकर रखना होगा |
फिर इस पर वजन रखकर कुछ दिनों के लिए छोड़ देना होगा |
Q. हरबेरियम तैयार करने के लिए पौधों
को किस प्रकार से रखना चाहिए ?
उत्तर :- हरबेरियम तैयार करने के लिए एक-एक पौधे
को अखबार के मोड़ के अंदर तह लगाकर रखना चाहिए | फिर इस पर वजन रखकर कुछ दिनों के
लिए छोड़ देना चाहिए |
Q. चित्र देखकर दोनों पौधों में
तुलना करके लिखिए –
पौधों के अंग |
बगीचे के पौधे |
पानी के पौधे |
जड़ें |
झाड़ीदार |
अल्पझाड़ीदार |
पत्तियों के रंग |
गहरा हरा |
हरा |
पत्तियों का आकार |
छोटा, पतला |
बड़ा, चौड़ा |
पत्तियों के बीच की दूरी |
कम दूरी |
अधिक दूरी |
Q. क्या आपके आस-पास भी ऐसे पौधे दिखते
हैं ? अगर हाँ तो सोचकर लिखिए कि वे वहाँ कैसे पहुँचे होंगे ?
उत्तर :- हाँ, हमारे आस-पास भी बबूल और कैक्टस
जैसे पौधे दिखते हैं | इस प्रकार के पौधे के डंठल ही लगते हैं | इनके डंठल को
काटकर मनुष्य इधर-उधर फ़ेंक देते हैं | फिर यही विकसित होकर पौधा बन जाते हैं |
Q. प्रदर्शनी बनाने के कौन-कौन से फायदे
हैं ?
उत्तर :- प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की
वस्तुओं को जमा कर उनके बारे में विशेष जानकारी बोर्ड पर लगा दी जाती है जिसको
पढ़कर बाकी लोग भी उनके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं |
Q. पौधों की प्रदर्शनी से हमें किस
प्रकार की जानकारी मिलती हैं ?
उत्तर :- पौधों की प्रदर्शनी से हमें उन पौधों
से संबंधित विभिन्न जानकारियाँ मिलती है; जैसे – पौधे का नाम, फूल का आकार,
रंग-रूप, ये किस मिट्टी और मौसम में उगते हैं, इसकी उपयोगिता इत्यादि |
Q. कोलकाता और लक्ष्मणगढ़ के कैम्पस
में क्या अंतर है ?
उत्तर :- कोलकाता और लक्ष्मणगढ़ के कैम्पस में
निम्नलिखित अंतर है –
कोलकाता कैम्पस |
लक्ष्मणगढ़ कैम्पस |
i) यहाँ जीव-जन्तु
नहीं हैं | ii) यहाँ पेड़-पौधे
नहीं हैं | iii) यहाँ एक नाला
है जहाँ सिर्फ मच्छर और कभी-कभी कौए दिखाई देते हैं | |
i) यहाँ कई प्रकार
के जीव-जन्तु हैं | ii) यहाँ तरह-तरह
के पेड़-पौधे हैं | iii) यहाँ नाला का
तो अभाव है | स्वच्छता अधिक होने की वजह से कई पशु-पक्षी दिखाई देते हैं |
|
Q. अंतर के और क्या-क्या कारण हो
सकते हैं ? सोचकर लिखिए |
उत्तर :- कोलकाता शहरी क्षेत्र में है, जहाँ घनी
आबादी है | इसके कारण नाला तो अधिक है लेकिन पेड़-पौधे तथा पशु-पक्षी कम हैं जबकि
लक्ष्मणगढ़ में कम आबादी है| यहाँ पेड़-पौधे अधिक होने के कारण पशु-पक्षी अधिक हैं |
सोचकर
बताइए –
Q. क्या कुछ पौधों को पूरी तरह नष्ट
करके अलग से बगीचा बनाना चाहिए ? अपने दोस्तों के साथ चर्चा करके लिखिए |
उत्तर :- नहीं | बगीचे में बेकार के उगे बड़े-बड़े
घास के पौधों को नष्ट कर देना चाहिए और इनकी जगह जरुरी पौधों को लगा देना चाहिए |
Q. कुछ पौधों को पूरी तरह से नष्ट
करने पर क्या होगा ? दोस्तों के साथ चर्चा कर लिखिए |
उत्तर :- कुछ पौधों को पूरी तरह से नष्ट करने पर
बगीचे की हरियाली कम हो जायगी और उस ख़ास पौधे का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा |
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