10. आया
बादल
अभ्यास
1. बादलों के बरसने के बाद आपके आस-पास क्या बदलाव नजर आता
है ? उस दृश्य का एक चित्र बनाकर रंग भरिए –
उत्तर :- बादलों के बरसने के बाद पेड़-पौधे हरे-भरे दिखाई देते हैं | खेतों में
बरसात के महीने में धान की फसल उगाई जाती है | नदी-नाले और सरोवर सभी में जल भर
जाता है और मेंढक टर्र-टर्र करके शोर मचाने लगते हैं | घास के मैदानों में एक
अजीब-सी ताजगी छा जाती है |
2. आपने भी बादलों को गौर से देखा होगा | आपको उनमें किसकी
आकृति नजर आती है ? चित्र बनाइए |
उत्तर :- मैं जब बादलों को गौर से देखता हूँ तो मुझे विभिन्न प्रकार के
जीव-जंतु जैसे घोड़ा, हाथी, खरगोश इत्यादी दिखलाई पड़ते हैं |
3. बारिश आने वाली है | इस बात का अनुमान आप कैसे लगाते हैं
?
उत्तर :- बारिश आने वाली है | इस बात का अनुमान हम आकाश में उमड़ते-घुमड़ते
बादलों, चमकती बिजली और गरजते बादलों से लगाते हैं |
4.
‘बादल’ के साथ आप किन-किन चीजों को जोड़ना चाहेंगे ? उनके नाम लिखिए –
6. ‘बादल’ से जुड़ी नीचे लिखी कविताओं को पढ़िए | इनमें
‘बादल’ के लिए अलग-अलग शब्दों का प्रयोग किया गया है | उन्हें छाँटकर लिखिए |
उत्तर :-
मेघ, घन और बदरा
क्या आप जानते
हैं कि –
·
सभी बादलों से बारिश नहीं होती |
·
बादलों के आधार पर उनके अलग-अलग नाम होते हैं |
·
इनमें से तीन प्रकार के बादल सबसे ख़ास होते हैं –
◊ रेशेदार बादल घने रेशे
जैसे दिखाई पड़ते हैं |
ये खुद तो बारिश नहीं करते लेकिन
बताते हैं कि कहीं तेज आँधी-तूफान चल रहा है |
◊ कपासी बादल कपास के ढ़ेरों
की तरह दिखते हैं |
इनकी तली गहरे रंग की और सपाट होती है
| जबकि ऊपरी हिस्सा गोल सुंदर आकार का और चमकदार, सफेद होता है | कभी-कभी ये हवा
के कारण बहकर एक-दूसरे से मिल जाते हैं और फिर घने होकर बारिश लाने वाले
गरजने-चमकने वाले बादलों का रूप ले लेते हैं |
◊ फैले हुए बादल तब बनते
हैं जब ढेर सारे कपासी बादल मिलकर एक निरंतर परत बना लेते हैं | ये ज्यादा घने और
काले होते हैं और अक्सर बूंदाबाँदी लाते हैं |
11. एक पत्र की आत्मकथा
बातचीत के लिए
(क) डाकिया चिट्ठी के अलावा और क्या-क्या बाँटता है ?
उत्तर :- डाकिया चिट्ठी के अलावा पार्सल, मनीआर्डर, भेजा गया उपहार, निबंधित
पत्र आदि बाँटता है |
(ख) यदि आपको पत्र लिखने का मौका मिले तो, आप किसे पत्र लिखना चाहेंगे और
क्यों ?
उत्तर :- यदि मुझे पत्र लिखने का मौका मिले तो, मैं अपने नाना-नानी को पत्र
लिखना चाहूँगा क्योंकि उनकी श्रवण-क्षमता क्षीण होने की वजह से वे ठीक से नही सुन
पाते हैं जिसके कारण मेरी उनसे बात मोबाइल से नही हो पाती है |
(ग) आप उस पत्र में क्या-क्या लिखेंगे ?
उत्तर :- मैं उस पत्र में उनका और घर के बाकी सदस्यों का हाल-चाल पूछूँगा और
अपने घर का हाल-चाल बताऊँगा | साथ ही साथ मैं उनको अपने जन्मदिन पर आने के लिए
आग्रह करूँगा |
(घ) जिसको पत्र लिखा जा रहा है, उस तक पत्र पहुँच जाए इसके लिए पत्र पर क्या
लिखना होगा ?
उत्तर :- जिसको पत्र लिखा जा रहा है, उस तक पत्र पहुँच जाए इसके लिए पत्र पर
पत्र पानेवाले का नाम एवं पता पिन कोड सहित साफ-सुथरे अक्षरों में लिखना होगा |
पाठ से
(क) एक पत्र की आत्मकथा कौन कह रहा है और किसके बारे में कह रहा है ?
उत्तर :- एक पत्र की आत्मकथा एक पत्र स्वयं कह रहा है | वह अपने यात्रा के
बारे में कह रहा है |
(ख) हवाई जहाज से भेजे जाने वाले पत्र को आप कैसे पहचानेंगे ?
उत्तर :- हवाई जहाज से भेजे जाने वाले पत्र का लिफाफा सफेद रंग का होता है जिस
पर लाल व नीली तीन धारियाँ बनी होती हैं |
(ग) आर. एम. एस. का क्या अर्थ होता है ?
उत्तर :- आर. एम. एस. का अर्थ ‘रेलवे मेल सर्विस’ होता है |
(घ) आर. एम. एस. कार्यालय में पत्रों के साथ क्या-क्या होता है ?
उत्तर :- आर. एम. एस. कार्यालय में पत्रों को दिशावार छाँटा जाता है |
(ङ) डाक से भेजे जाने वाले पत्र पर डाक टिकट क्यों लगाते हैं ?
उत्तर :- डाक टिकट चिपकने वाले कागज़ से बना एक साक्ष्य है जो यह दर्शाता है कि
डाक सेवाओं के शुल्क का भुगतान हो चुका है | यह राजस्व का प्रतीक है | इसलिए डाक
से भेजे जाने वाले पत्र पर डाक टिकट लगाते हैं |
(च) पत्र पर लगे डाक टिकट पर सील क्यों लगाया जाता है ?
उत्तर :- पत्र पर लगे डाक टिकट पर सील इसलिए लगाया जाता है ताकि पुरानी डाक
टिकट को पुनः उपयोग में नही लिया जा सके एवं पत्र किस स्थान से चला है, इसका भी
पता चलता है |
(छ) भेजे जाने के दौरान विभिन्न स्थानों पर पत्रों की छँटाई की जाती है, क्यों
?
उत्तर :- भेजे जाने के दौरान विभिन्न स्थानों पर पत्रों की छँटाई की जाती है
ताकि सभी पत्रों को दिशावार और क्षेत्रवार छाँटकर उन पत्रों को गंतव्य स्थान तक
पहुँचाया जा सके |
भाषा के नियम
(1) नीचे दिए गए शब्द-जोड़ों से वाक्य बनाइए –
भीड़-भाड़ - ................................
चहल-पहल - ..............................
आस-पास - ...................................
अलग-थलग - ..................................
उत्तर :-
भीड़-भाड़ – दशहरा में हर साल सड़कों पर भीड़-भाड़ रहती है |
चहल-पहल – दीपावली आते ही बाजार में खरीददारों की चहल-पहल होने लगी |
आस-पास – चीकू के घर के आस-पास हरियाली ही हरियाली थी |
अलग-थलग – दसवीं पास करते ही मीना के सभी दोस्त अलग-थलग हो गए |
(2) नीचे दिए गए वाक्यों में एक शब्द किसी दूसरे की विशेषता बता रहा है |
विशेषता बताने वाले शब्द को ‘विशेषण’ कहते हैं | वाक्यों में विशेषण शब्दों पर
घेरा लगाइए –
(क) शांति ने सुंदर-सी राखी बनाई |
(ख) मैं एक काली-सी गुफा में जाकर गिर पड़ा |
(ग) मैं तो एक पीले लिफाफे में बंद था |
(घ) डाकिया खाकी वर्दी पहने हुए था |
(ङ) पहले समुन्द्र में चलने वाले
बड़े-बड़े जहाज़ों से पत्र भेजे जाते थे |
(च) तुम डरो नहीं, हम तुम्हें सही ठिकाने पर पहुँचा देंगे |
उत्तर :-
(क) सुंदर-सी
(ख) काली-सी
(ग) पीले
(घ) खाकी
(ङ) बड़े-बड़े
(च) सही
3. बताइए, रेखांकित सर्वनाम शब्द किसके लिए आए हैं –
(क) वे सब अलग-अलग जगह जा रहे थे | ...............
(ख) मैं तो एक पीले लिफाफे में बंद था | ................
(ग) उसने पेटी में ताला डाला |
................
(घ) उन्होंने हमें बाँटना शुरू किया | ................
(ङ) उसने रमेश को एक पत्र लिखा | ................
उत्तर :-
(क) वे सब अलग-अलग जगह जा रहे थे | बिशनपुर पत्र-पेटी में पड़े पत्र
(ख) मैं तो एक पीले लिफाफे में बंद था | पत्र
(ग) उसने पेटी में ताला डाला | डाकिया
(घ) उन्होंने हमें बाँटना शुरू किया | डाकिया
(ङ) उसने रमेश को एक पत्र लिखा | शांति
अनुमान लगाइए
(i) शांति ने 03 अगस्त 2011 को पत्र लिखा | रमेश तक वह पत्र कब पहुँचा होगा ?
उत्तर :- रमेश तक वह पत्र 08 अगस्त 2011 तक पहुँचा होगा |
(ii) शांति का पत्र कहाँ-कहाँ से गुजरते हुए रमेश तक पहुँचा ?
|
|
||||||||||||||||||||||
उत्तर :- माँ »» थैली »» बिशनपुर डाकघर »» गया स्टेशन »» दिल्ली स्टेशन »» दिल्ली बड़ा डाकघर »» रमेश
पता कीजिए
हमलोग पत्र लिखने अथवा भेजने के लिए डाकघरों से क्या-क्या खरीदते हैं ? आजकल
इनके क्या मूल्य हैं ?
नाम |
मूल्य |
|
|
|
|
|
|
नाम |
मूल्य |
लिफाफा |
5 रूपये |
डाक टिकट |
10 रूपये |
पोस्टकार्ड |
1 रुपया |
पत्र लिखिए
अपनी पाठ्यपुस्तक में से सबसे मजेदार कहानी के बारे में अपनी मामीजी को पत्र
लिखिए |
उत्तर :-
अशोक नगर
कंकड़बाग़, पटना-20
20 जून 2021
पूजनीया मामीजी,
सादर प्रणाम !
मैं और मेरा परिवार यहाँ ठीक हैं
और आशा करता हूँ आपसब भी वहाँ सकुशल होंगे | इस पत्र में मैं एक बहुत ही मजेदार
कहानी लिखने जा रहा हूँ जिसका नाम है – ‘टिपटिपवा’ |
भुवन रोज रात को सोने से पहले
दादी से कहानी सुनता | एक दिन मूसलाधार बारिश हुई | दादी की झोपड़ी की छत से टपकते
हुए पानी को देखकर दादी बोली – “न शेरवा एक डर, न बघवा के डर | डर त डर टिपटिपवा
के डर |” यह सुनकर झोपड़ी के पीछे छिपे बाघ को लगा कि टिपटिपवा उससे भी ज्यादा
खतरनाक कोई प्राणी है | वह डर के मारे तालाब के किनारे घास में छिप गया | भोला को
अँधेरे में लगा कि बाघ ही उसका गुम हुआ गदहा है | वह उसको खूब पिटा |
इस पत्र में बस इतना ही | मामाजी
को मेरा प्रणाम कहियेगा |
आपका प्यारा भाँजा
मोहन
संवाद
1. पत्र जब पेटी में बाकी पत्रों से मिला तो उनके बीच क्या बातचीत हुई होगी ?
कल्पना कीजिए और उनके संवाद बोलिए |
उत्तर :- पत्र जब पेटी में बाकी पत्रों से मिला तो उनके बीच यही बातचीत हुई
होगी कि तुम कहाँ जोओगे और कैसे जाओगे |
2. भारी ठप्पे से पत्रों पर सील लगाने पर उन्हें कैसा लगा होगा ? उन्होंने
डाकिए से क्या कहा होगा ? कल्पना कीजिए और संवाद बोलिए |
उत्तर :- भारी ठप्पे से पत्रों पर सील लगाने पर उन्हें बहुत चोट का एहसास हुआ
होगा और दर्द से कराहे होंगे | उन्होंने डाकिए से कहा होगा कि इतनी जोर से ठप्पा
मत लगाओ |
कुछ इस तरह
इस पाठ में पत्र ने अपनी आत्मकथा बताई है |
1. आप भी अपने बारे में बताते हुए अपनी आत्मकथा लिखिए |
बूझो तो जानें :-
दो रूपए का एक लिफाफा,
मिलता था अगर पहले,
आज डाकघर के लिफाफे
दो मिलते ले दहले ||
बारह रुपए दे मुनिया ने,
माँगे पाँच लिफाफे,
कितने शेष और फिर देकर,
मुनिया गहे लिफाफे |
उत्तर :-
2 लिफाफा 10
रूपये में मिलता है |
1 लिफाफा 5 रूपये
में मिलेगा |
5 लिफाफा मिलेगा रूपये में
मुनिया बारह रुपया दी तो उसे (25 – 12) रूपये यानी 13 रूपये और देने होंगे |
अतः तेरह रूपये और देकर मुनिया लिफाफे ली होगी |
12. कविता का कमाल
अभ्यास
बातचीत के लिए
1. राजमहल क्या है ? इसमें कौन-कौन लोग रहते होंगे ?
उत्तर :- राजमहल राजा के रहने के लिए एक बहुत बड़ा आलीशान महल होता है | इसमें
राजा के साथ रानी, उनका परिवार, मंत्रीगण, उनकी देखरेख करने के लिए नौकर-चाकर,
सिपाही और रक्षकदल आदि रहते हैं |
2. सुखी रहने के लिए मदन एवं उसकी माँ ने सोने-चाँदी से क्या-क्या ख़रीदा होगा
?
उत्तर :- सुखी रहने के लिए मदन एवं उसकी माँ ने सोने-चाँदी से जरुरी सामान
जैसे कपड़े, जूते, बर्तन आदि और दैनिक जरुरत के खाने-पीने के सामान जैसे अनाज आदि
जीवनोपयोगी वस्तुएँ ख़रीदे होंगे |
3. राजा का खजाना लुटने से बच गया, कैसे ?
उत्तर :- राजा का खजाना मदन की कविता के कारण लुटने से बच गया | राजा उसकी
कविता का अर्थ समझने के लिए रात में छत पर बार-बार दोहरा रहे थे लेकिन धन्नूशाह को
लगा कि राजा वास्तव में उनसब को देख रहे हैं |
4. किन-किन अवसरों पर डुगडुगी पीटी जाती होगी, इनकी सूची बनाइए |
उत्तर :- कई अवसरों पर डुगडुगी पीटी जाती है :-
(i) शादी-ब्याह पर लोगों को कुछ सूचना देने के लिए जैसे – भोज शुरू होने की
सूचना
(ii) गाँव में मुखिया का कोई आदेश सभी जन तक पहुँचाने के लिए
(iii) चुनाव के समय नेताजी के घोषणापत्र बतलाने के लिए
(iv) सर्कस दिखाने वाले के द्वारा लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए
(v) कुछ भिखारियों के द्वारा डुगडुगी बजाकर भीख माँगने के लिए
5. आप किन-किन कामों के लिए डुगडुगी पीटेंगे ? इनकी भी सूची बनाइए |
उत्तर :- मैं कई कामों के लिए डुगडुगी पीटूँगा :-
(i) शादी का भोज शुरू होने की सूचना देने के लिए
(ii) मुखिया के कहने पर सरकारी योजनाओं से आम जनता को अवगत कराने के लिए
(iii) चुनाव के वक्त ईमानदार और पढ़े-लिखे उम्मीदवार को जीताने के लिए प्रचार
करते वक्त
(iv) गाँव में आए किसी खतरे की सूचना देने के लिए
6. किसी बात को लोगों तक पहुँचाने के और कौन-से तरीके हो सकते हैं ?
उत्तर :- किसी बात को लोगों तक पहुँचाने के अन्य साधन – रेडियो, टेलीविज़न,
लाउडस्पीकर और समाचार पत्र हैं | इसके अलावा पर्ची पर संदेश को लिखकर बाँटना,
दीवालों पर पोस्टर चिपकाना और संदेश को चित्र या लिखित रूप में प्रस्तुत करना,
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि और वेबसाइट हैं |
पाठ से
1. माँ ने तंग आकर मदन से क्या कहा ?
उत्तर :- माँ ने तंग आकर मदन से कहा, अब मैं तुझे बैठाकर नहीं खिला सकती | जा,
कुछ पैसे कमाकर ला |
2. मदन को कविता रचने की प्रेरणा किन-किन चीजों से मिली ?
उत्तर :- मदन को कविता रचने की प्रेरणा कुत्ता, भैंस, चिड़िया, साँप और धन्नूशाह
से मिली |
3. धन्नूशाह को महल का रास्ता इतनी अच्छी तरह क्यों मालूम था ?
उत्तर :- धन्नूशाह राजा का कर्मचारी था इसीलिए उसे महल का रास्ता अच्छी तरह
मालूम था |
4. मदन को कविता रचने की आवश्यकता क्यों पड़ी ?
उत्तर :- राजदरबार में होनेवाले कवि सम्मेलन में भाग लेने के लिए मदन को कविता
रचने की आवश्यकता पड़ी |
5. राजा ने मदन को शाबासी व इनाम क्यों दिया ?
उत्तर :- मदन की कविता का ही कमाल था जिसके कारण राजा का खजाना लुटते-लुटते
बचा था | इसी कारण राजा ने मदन को शाबासी व इनाम दिया |
6. किसने, किससे कहा ?
(क) अब मैं तुझे बैठाकर नहीं खिला सकती | जा, कुछ पैसे कमाकर ला |
--------------------------------------------------------------
(ख) राजदरबार में कवि सम्मेलन हो रहा है | सबसे अच्छी कविता सुनाने वाले को सौ
अशर्फियाँ इनाम में मिलेगी |
--------------------------------------------------------------
(ग) भैया, आपको राजमहल का रास्ता मालूम है ?
---------------------------------------------------------
(घ) “क्षमा कर दीजिए, महाराज !”
------------------------------------------------------
(ङ) “यह सब तुम्हारी कविता का कमाल है |”
------------------------------------------------------
(क) अब मैं तुझे बैठाकर नहीं खिला सकती | जा, कुछ पैसे कमाकर ला |
उत्तर :- माँ ने पुत्र मदन से कहा |
(ख) राजदरबार में कवि सम्मेलन हो रहा है | सबसे अच्छी कविता सुनाने वाले को सौ
अशर्फियाँ इनाम में मिलेगी |
उत्तर :- डुगडुगी पीटने वाले ने लोगों से कहा |
ग) भैया, आपको राजमहल का रास्ता मालूम है ?
उत्तर :- मदन ने धन्नूशाह से कहा |
घ) “क्षमा कर दीजिए, महाराज !”
उत्तर :- धन्नूशाह ने राजा से कहा |
(ङ) “यह सब तुम्हारी कविता का कमाल है |”
उत्तर :- राजा ने मदन से कहा |
(7) पाठ के आधार पर सही (√) और गलत (×) का निशान लगाइए |
(क) मदन अपनी विधवा माँ के साथ गाँव में रहता था | (√)
(ख) राजमहल में एक संगीत प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा था | ()
(ग) मदन चलते-चलते एक नदी के पास पहुँचा | ()
(घ) मदन को राजा ने सोने-चाँदी से मालामाल कर दिया | (√)
आपकी समझ से
1.
(क) ज्यादा टी०वी० देखने के कारण तंग आ कर आपकी माँ या पिताजी आपको क्या कहते
हैं ?
उत्तर :- ज्यादा टी०वी० देखने के कारण तंग आ कर मेरी माँ मुझसे कहती है – पढ़
लो, नहीं तो घास कवाड़ोगे और पिताजी कहते हैं – थोड़ा पढ़ लो, नहीं तो तुमको कोई
कुत्ता भी नहीं पूछेगा |
(ख) मदन की कविता को सभी लोग विचित्र क्यों मान रहे थे ?
उत्तर :- मदन की कविता को सभी लोग विचित्र इसलिए मान रहे थे क्योंकि किसी को
भी उसकी कविता का मतलब समझ में नहीं आ रहा था |
2.
अशर्फियाँ क्या होती हैं ? अगर कोई आपको सौ अशर्फियाँ दे तो आप उनका क्या
करेंगे ?
उत्तर :- अशर्फियाँ सोने-चाँदी के सिक्के होते हैं | यदि मुझे कोई सौ
अशर्फियाँ दे तो मैं उनको बेचकर जमीन खरीदकर घर बनाऊँगा और कोई अच्छा-सा व्यवसाय
करूँगा |
भाषा के नियम
1. ‘रटते-रटते’ उसे अपने आप एक पंक्ति सूझ गई | इस वाक्य में ‘रटते’ शब्द का
दो बार प्रयोग हुआ है | इस तरह के अन्य शब्द पाठ से ढूँढकर लिखिए –
------------ ----------
------------ ------------ ------------
उत्तर :- सरक-सरक, सुरूर-सुरूर, खुदुर-खुदुर, चलते-चलते, लुटते-लुटते
2. इन मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते हुए अर्थ बताइए –
(क) काटो तो खून नहीं –
(ख) हक्का-बक्का रह जाना –
(ग) दया की भीख माँगना –
(घ) मालामाल कर देना –
(ङ) मन में लड्डू फूटना –
(च) काम तमाम कर देना –
(क) काटो तो खून नहीं – ( स्तब्ध रह जाना ) – परीक्षा में नकल करते पकड़े जाने
पर गिला कुमारी को काटो तो खून नहीं जैसी स्थिति हो गई थी |
(ख) हक्का-बक्का रह जाना – ( हैरान रह जाना ) – मिलांगनी चोरनियों के गिरोह से
मिली हुई है, यह जानकर मैं हक्का-बक्का रह गया |
(ग) दया की भीख माँगना – ( माफी के लिए गिड़गिड़ाना ) – मोंटी सिगरेट पीते पकड़े
जाने पर अपने पिताजी से दया की भीख
माँगने लगा |
(घ) मालामाल कर देना – ( खूब धन देना ) – सेनीटाइजर की अत्यधिक डिमांड ने इसे
बनाने वाली कंपनियों को मालामाल कर दिया |
(ङ) मन में लड्डू फूटना – ( मन ही मन बहुत खुश होना ) – बिना अच्छे से पढ़े
परीक्षा में फर्स्ट डिवीज़न लाने पर मीणा के मन में लड्डू फूटने लगा |
(च) काम तमाम कर देना – ( किसी को मार डालना ) – सुपारी नहीं देने पर लुटेरों
ने पान व्यापारी का काम तमाम कर दिया |
3. पाठ में से वर्तमानकाल, भूतकाल और भविष्यतकाल वाले तीन-तीन वाक्य छाँटकर
लिखिए –
वर्तमानकाल
(i) --------------------------------------------------
(ii) --------------------------------------------------
(iii) --------------------------------------------------
भूतकाल
(i) --------------------------------------------------
(ii) --------------------------------------------------
(iii) --------------------------------------------------
भविष्यतकाल
(i) --------------------------------------------------
(ii) --------------------------------------------------
(iii) --------------------------------------------------
उत्तर :-
वर्तमानकाल
i) राजदरबार में कवि सम्मेलन हो रहा है |
ii) आपका खजाना सही सलामत है |
iii) यह सब तुम्हारी कविता का कमाल है |
भूतकाल
i) माँ-बेटा बहुत गरीब थे |
ii) एक भैंस पानी पी रही थी |
iii) एक साँप रेंगता जा रहा था |
भविष्यतकाल
i) सबसे अच्छी कविता सुनानेवाले को सौ अशर्फियाँ इनाम में मिलेंगी |
ii) यह राजमहल का ही कोई कर्मचारी होगा |
iii) अब भूलकर भी ऐसा काम नहीं करूँगा |
4. पाठ में कविता को ‘विचित्र’ कहा गया है | आप कविता के लिए किन विशेषण
शब्दों का प्रयोग करेंगे ?
---------------
---------------
----------------
उत्तर :- शानदार, अनोखा, बढ़िया
5. इनके लिए भी दो-दो विशेषण शब्द सुझाइए –
(i) माँ - -------------- --------------
(ii) महल - -------------- --------------
(iii) मदन - --------------- ------------
(i) माँ - प्यारी, दयालु
(ii) महल - विशाल, भव्य
(iii) मदन - मस्त, खेलप्रिय
विराम-चिह्न
नीचे दिए गए वाक्यों में सही विराम-चिह्न लगाइए –
(क) मदन ने कहा महाराज मैंने बहुत अच्छी कविता बनाई है
उत्तर :- मदन ने कहा, “महाराज ! मैंने बहुत अच्छी कविता बनाई है |”
(ख) चोरों ने सारा धन चुरा लिया
उत्तर :- चोरों ने सारा धन चुरा लिया |
(ग) कहाँ चल दिए
उत्तर :- कहाँ चल दिए ?
(घ) बाप रे इतना पैसा कहाँ से आया
उत्तर :- बाप रे ! इतना पैसा कहाँ से आया ?
(ङ) क्या सुरूर सुरूर बोल रहे हो
उत्तर :- क्या सुरूर-सुरूर बोल रहे हो ?
संवाद और अभिनय
1. ‘कविता का कमाल’ कहानी का कक्षा या विद्यालय में मंचन कीजिए |
उत्तर :- स्वयं कीजिए |
2. आप इस नाटक में किस पात्र की भूमिका निभाना चाहेंगे और क्यों ?
उत्तर :- मैं इस नाटक में मदन की भूमिका निभाना चाहूँगा क्योंकि मदन कहानी की
मुख्य पात्र है और अंत में राजा से शाबाशी और ढेर सारे धन पाता है |
3. मंचन के लिए आपको किन-किन पात्रों और सामानों की जरुरत पड़ेगी ? एक सूची
बनाइए |
उत्तर :- मंचन के लिए मदन की माँ, डुगडुगी पीटने वाला, धन्नूशाह, राजा, कविगण,
कुछ चोर, कुछ सिपाही आदि तथा सामानों में सभी पात्रों के लिए विशेष पोशाक, पर्दा,
लाइट, ढ़ोल, मुकुट, सिंहासन आदि की जरुरत पड़ेगी |
आपकी कल्पना और कलम
1. अगर मदन यह कहानी सुनाता तो कैसे सुनाता ? मदन की जगह स्वयं को रखते हुए
‘कविता का कमाल’ कहानी सुनाइए और लिखिए |
उत्तर :- अगर मदन यह कहानी सुनाता तो मैं-मैं करके सभी घटनाओं का वर्णन करता |
मदन की जगह मैं तो इस प्रकार कविता का कमाल’ कहानी सुनाता –
बहुत
पुरानी बात है | मैं अपनी माँ के साथ गाँव में रहता था | पिताजी के अंतिम साँसे
लेने के बाद हमदोनों के पास कमाई का कोई साधन नही था जिसके कारण हमसभी बहुत गरीब
थे | उस वक्त मुझमें परिवार की जिम्मेदारियों की कोई समझ नहीं थी | मैं दिनभर
खेल-कूद में अपना समय बिता देता था | मेरी इसी बेवकूफी से तंग आकर एक दिन मेरी माँ
मुझे पैसे कमाने के लिए बोली | मैं घर से निकल पड़ा और सोच ही रहा था कि पैसे कैसे
कमाएँ कि मुझे डुगडुगी पीटने की आवाज सुनाई दी | “सुनो, सुनो, सुनो ! राजदरबार में
कवि सम्मेलन हो रहा है | सबसे अच्छी कविता सुनाने वाले को सौ अशर्फियाँ इनाम में
मिलेंगी |” मैं राजमहल की ओर चल पड़ा लेकिन मैं सोच रहा था – कैसे कविता रचूँ ? कभी
कविता रचा न था | मेरे मस्त स्वभाव ने इसका हल निकाल ही लिया |
रास्ते
में एक कुत्ते को जमीन खोदते देख मेरे दिमाग में एक वाक्य आया – “खुदुर-खुदुर का
खोदत है ?” इसी तरह तालाब में एक भैंस को पानी पीते देख – “सुरुर-सुरूर का पीबत है
?”, पेड़ की डाल पर एक चिड़िया को इधर-उधर झाँकते देख – “टाक-झाँक का खोजत है ?”
मेरे दिमाग में सुझा | फिर मैं एक और वाक्य आगे जोड़ दिया – “हम जानत का ढूँढत है
!” फिर एक साँप को देखकर एक वाक्य सुझा – “सरक-सरक कहाँ भागत है ? जानत हो, हम
देखत है ? हमसे न बच सकत है !”
राजधानी पहुँचकर एक आदमी से राजमहल का रास्ता पूँछा | उसने अपना नाम धन्नूशाह,
भाई भन्नूशाह बताया | फिर मैं सोचा क्यूँ न इसी को कविता की अंतिम पंक्ति बना लूँ
|
राजमहल पहुँचा तो देखा कवि-सम्मेलन में एक-एक करके कवि अपनी कविता सुना रहे
हैं | मैंने अपनी कविता सुनाई तो सभी को विचित्र मालूम पड़ा | फिर अगले दिन मुझे
राजा का बुलावा आया | राजा ने मुझे शाबाशी देकर कहा, “यह सब तुम्हारी कविता का
कमाल है |”
मैं कुछ समझ नहीं पाया | फिर राजा साहब मुझे सारी बात समझाएँ | बीती रात
राजा साहब कविता की पहेली को बूझने के लिए छज्जे पर खड़े होकर कविता को दोहरा रहे
थे | संयोग से उसी वक्त धन्नूशाह के साथ कुछ चोर राजा के खजाने में सेंध लगा रहे
थे | जब राजा बोले – “खुदुर-खुदुर का खोदत है ?” तो चोर चौंक गए | वे अपने साथ
जमीन को मुलायम करने के लिए पानी लाए थे | डर के मारे धन्नूशाह ने अपने सूखे गले
को पानी की एक-आध घूँट चखाई | जब राजा “सुरूर-सुरुर का पिबत है?” बोले तो चोर
सहमकर इधर-उधर झाँकने लगे |
फिर
चोर दबे पाँव बाहर जाने लगे | जब वे सुने –“ताक-झाँक का खोजत है ? हम जानत, का
ढूँढत है !” धन्नूशाह की तो साँस रुक गई जब उसके कानों में यह वाक्य गुंजी –
“सरक-सरक कहाँ भागत है ? जानत हो, हम देखत है ? हमसे न बच सकत है ! धन्नूशाह, भाई
भन्नूशाह !”
वह
राजा साहब के पैर पकड़ लिया और माफी माँगने लगा | इस प्रकार मेरी कविता के कारण
उनका खजाना चोरी होने से बच गया |
इसलिए उन्होंने मुझे सोने-चाँदी से मालामाल कर दिया | मैं अपने गाँव लौटकर अपनी माँ के साथ खुशीपूर्वक रहने लगा |
2. कहानी का यह शीर्षक किस आधार पर रखा गया होगा ?
उत्तर :- कहानी में मदन के द्वारा रचित कविता के पाठ ने राजा साहब के खजाने को चोरों द्वारा चोरी होने
से बचाकर कमाल कर दिया | इसी घटना के आधार पर कहानी का शीर्षक ‘कविता का कमाल’ रखा
गया होगा |
3. आप कहानी के लिए कोई दो मजेदार शीर्षक सुझाइए | साथ में यह भी बताइए कि
आपने ये शीर्षक क्यों रखे ?
उत्तर :- कविता के दो मजेदार शीर्षक – “अनोखी कविता” और “कविता कमाल, मदन
मालामाल” | “अनोखी कविता” इसलिए कि मदन की कविता का अर्थ असहज था | “कविता कमाल,
मदन मालामाल” इसलिए कि मदन को उसके द्वारा रचित कविता के लिए राजा द्वारा उसे
सोने-चाँदी से मालामाल कर दिया गया |
4. पाठ में से कोई तीन सवाल बनाइए –
(क) जिनके उत्तर हाँ / नहीं में होगा |
उत्तर :- क्या राजा चोरों को देख लिए थें ?
(ख) जिनमें क्यों का जवाब देना होगा |
उत्तर :- मदन के सामने राजमहल का रास्ता ढूँढने में क्यों समस्या खड़ी हुई ?
(ग) जिनमें क्या का जवाब देना होगा |
उत्तर :- माँ-बेटा क्या थे ?
बूझो तो जाने
दीदी की शादी में आए,
सजधज सोलह बाराती,
बाराती जन जो भी आए,
उनको गुझिया ही भाती ||
चार-चार तो बड़ों-बड़ों को
मुनिया को दो दी जातीं |
आठ बड़े तब शेष लड़कियाँ,
कुल कितनी गुझिया खातीं |
उत्तर :-
एक बड़े को 4 गुझिया मिलती है |
8 बड़ों
को गुझिया मिलेगी
एक मुनिया को 2 गुझिया मिलती है |
8 बड़ों
को गुझिया मिलेगी
अतः कुल गुझिया
13. कदम्ब का पेड़
अभ्यास
कविता में से
1. बालक कन्हैया क्यों बनना चाहता है ?
उत्तर :- बालक कन्हैया इसलिए बनना चाहता है क्योंकि कन्हैया यमुना किनारे
कदम्ब के पेड़ की डाली पर बैठ वंशी बजाते थे और विभिन्न प्रकार की लीलाएँ करते थे
तो उनकी तरह बालक भी करना चाहता है |
2. माँ का ह्रदय व्याकुल क्यों हो जाता है ?
उत्तर :- माँ के बहुत मनाने और प्रलोभन देने के बावजूद बालक कदम्ब के पेड़ से
नीचे नहीं उतरता है तो उसके गिरने के भय से माँ का ह्रदय व्याकुल हो जाता है |
3. माँ ईश्वर से क्यों विनती करती है ?
उत्तर :- माँ ईश्वर से अपने बेटे की सलामती के लिए विनती करती है कि उसका बेटा
सकुशल पेड़ से नीचे आ जाए |
4. बच्चे को नीचे उतारने के लिए किन-किन प्रलोभनों की बात की गई है ?
उत्तर :- बच्चे को नीचे उतारने के लिए माँ द्वारा मिठाई, नया खिलौना, मक्खन,
मिश्री, दूध और मलाई के प्रलोभनों की बात की गई है |
5. बालक किसके साथ और कौन-सा खेल खेलना चाहता है ?
उत्तर :- बालक अपनी माँ के साथ पेड़ के पत्तों के बीच लुका-छिपी का खेल खेलना
चाहता है |
आपके अनुभव
1. इस कविता की कौन-कौन सी पंक्तियाँ आपको सबसे अच्छी लगी और क्यों ?
उत्तर :- “पर जब मैं न उतरता हँसकर कहतीं मुन्ना राजा | नीचे उतरो मेरे भैया,
तुम्हें मिठाई दूँगी | नए खिलौने माखन मिश्री, दूध मलाई दूँगी |” ये पंक्तियाँ
मुझे सबसे अच्छी लगी क्योंकि इसमें खाने की अच्छी-अच्छी चीजों की चर्चा की गई है |
2. अपनी माँ को खुश करने के लिए आप कौन-कौन से काम करते हैं ?
उत्तर :- अपनी माँ को खुश करने के लिए मैं सुबह-सुबह उठकर पढ़ाई करता हूँ |
मेरी माँ को लगता है कि मैं पढ़-लिखकर अपने घर की गरीबी दूर करूँगा | इसके साथ ही
मैं उन्हें खुश करने के लिए उनकी सारी बातें मानता हूँ |
3. पेड़ पर चढ़ने का अपना कोई किस्सा या अनुभव सुनाइए |
उत्तर :- एक बार मैं अमरुद के पेड़ पर पके हुए अमरुद तोड़ने के लिए चढ़ा | मैं
चार-पाँच अमरुद ही थोड़ा था कि अमरुद की कमजोर डाली जिस पर मैं पैर रखा हुआ था, टूट
गयी और मैं धड़ाम से नीचे गिरा | मुझे काफी चोट लगी |
4. नीचे लिखे वाक्यों को अपने अनुभव के आधार पर पूरा कीजिए –
● मेरी माँ मुझे इसलिए डाँटती हैं, क्योंकि ---------------
-----------------------------------------------------------------
● मेरी माँ चाहती हैं कि ------------------------------------
-----------------------------------------------------------------
● मैं चाहता हूँ कि मेरी माँ ---------------------------------
------------------------------------------------------------------
उत्तर :-
● मेरी माँ मुझे इसलिए डाँटती हैं, क्योंकि मैं पढ़ाई ठीक से नहीं करता हूँ और
सिर्फ पबजी खेलने में समय बिताता हूँ |
● मेरी माँ चाहती हैं कि मैं पढ़-लिखकर एक IAS ऑफिसर बनूँ और गरीब दिन-दुखियों
की समस्याओं को दूर करूँ |
● मैं चाहता हूँ कि मेरी माँ हमेशा खुश रहे और जिन-जिन सुखों की चाहत रखतीं
हों, वो सब पुरे हों |
कैसे पता चला ?
कविता में से उन पंक्तियों को छाँटकर लिखिए जिनसे पता चलता है कि –
1. उसका बच्चा पेड़ पर बैठा है |
उत्तर :-
मुझे देख ऊपर डाली पर – कितना घबरा जातीं |
वहीँ बैठकर फिर बड़े मजे से, मैं बाँसुरी बजाता |
नीचे उतरो मेरे भैया, तुम्हें मिठाई दूँगी |
2. किसी कठिनाई में हम ईश्वर को याद करते हैं |
उत्तर :-
तुम आँचल पसार कर अम्माँ, वहीँ पेड़ के नीचे |
ईश्वर ने कुछ विनती करतीं, बैठी आँखें मीचे |
शब्दों की दुनिया
1. ‘कल’ शब्द में ‘वि’ जोड़ने से शब्द बनता है – ‘विकल’ |
‘कल’ का अर्थ होता है – चैन, आज के पहले का दिन, आज के बाद आने वाला दिन, मशीन
| ‘वि’ लगने से अर्थ बदल जाता है | ‘विकल’ का अर्थ है – ‘बेचैन’ |
आप भी नीचे दिए गए शब्दों में ‘वि’ लगाकर नए शब्द बनाइए –
--------------- ----------------- --------------------
---------------
-----------------
--------------------
उत्तर :-
विमल, विनम्र, विदेश, विचित्र, विशेष, विनाश |
2. सही शब्दों से पत्र को पूरा कीजिए –
पक्षी, झाड़ियाँ, गेट, फूल, फव्वारा, नीला, पेड़, बगीचे
प्रिय मित्र अली,
इस
पत्र में मैं तुम्हें अपने _______ के बारे में लिख रहा हूँ | मेरे बगीचे में रंग-बिरंगे _____ खिले हैं
| वहाँ आम के बड़े-बड़े पाँच _______ हैं | पानी का एक ______ भी है | वहाँ सुंदर
________ उगी है | ऊपर _______ आसमान दिखाई देता है | आसमान में _______ उड़ते रहते
हैं | बगीचे के अंदर जाने के लिए एक बड़ा
______ है | अगली बार आओगे तो तुम्हें बगीचा दिखाऊँगा |
तुम्हारा मित्र
ननकू
उत्तर :-
बगीचे, फूल, पेड़, फव्वारा, झाड़ियाँ,
नीला, पक्षी, गेट
3. वचन के सही रूप से खाली स्थान को भरें –
● वह _______ में छिप गया | (पत्ता)
● पेड़ की _____ नीचे आ गई थीं | (डाली)
● कन्हैया के पास एक _______ है | (बाँसुरी)
● चिड़िया ने ______ पर घोंसला बनाया | (पेड़)
● हमारे बगीचे में आम के _______ की कतारें हैं | (पेड़)
● मामाजी नया _______ लाए | (खिलौना)
● उसने मेरे _______ सँभालकर रखे थे |
(खिलौना)
● माँ की _______ भर आईं | (आँख)
उत्तर:- पत्तों, डालियाँ, बाँसुरी, पेड़, पेड़ों, खिलौना, खिलौने, आँखें
4. इस कविता में अनेक क्रिया शब्द आए हैं, जैसे – बुलाना, देखना, चढ़ना, बजाना
आदि |
कविता में से कोई पाँच पंक्तियाँ छाँटकर लिखिए जिनमें क्रिया शब्द आए हैं | उन
पंक्तियों में क्रिया शब्दों पर घेरा लगाइए |
● ---------------------------------------------------
● ---------------------------------------------------
● ---------------------------------------------------
● ---------------------------------------------------
● ---------------------------------------------------
उत्तर :-
ले देती यदि मुझे बाँसुरी, तुम दो पैसे वाली |
जब अपने मुन्ना राजा को गोदी में ही पातीं |
मैं न उतर कर आता |
और तुम्हारे फैले आँचल के नीचे छिप जाता |
इसी तरह कुछ खेला करते – हम तुम धीरे-धीरे |
क्रिया शब्द – ले देती, पातीं, उतर कर आता, छिप जाता, खेला करते |
5. कविता में माँ बालक को कई नामों से पुकारती है – मुन्ना, राजा, भैया | आपकी
माँ आपको क्या-क्या कहकर पुकारती हैं ?
--------------- ---------------- -----------------
उत्तर :- बाबू, बऊआ, छोटू
6. नीचे दी गई पंक्तियों को ध्यान से पढ़िए –
● एक बार माँ कह पत्तों में, धीरे से छिप जाता |
● इसी तरह कुछ खेला करते, हम तुम धीरे-धीरे |
दोनों वाक्यों में ‘धीरे’ शब्द का प्रयोग हुआ है |
1. दोनों वाक्यों में ‘धीरे’ शब्द के अर्थ में क्या अंतर है ?
पहले वाक्य में ‘धीरे से’ शब्द का
अर्थ है –
● चुपचाप
● बिना आहट के
● किसी को पता न चले
जबकि दूसरे वाक्य में ‘धीरे-धीरे’ का अर्थ है –
● आराम से
● तसल्ली से
वाक्यों में रेखांकित अंशों क अर्थ समझाइए –
● टप् ! पेड़ से आम टपका |
● टप् – टप् – टप् ! पेड़ से आम टपकने लगे |
उत्तर :-
‘टप्’ शब्द का अर्थ है – एक |
‘टप्- टप्- टप्’ शब्द का अर्थ है – अनेक |
2. नीचे दी गई वर्ग पहेली में खाने की आठ चीजों के नाम दिए गए हैं | खोजकर
लिखिए –
चा |
ज |
चा |
व |
ल |
ट |
ले |
ह |
ल |
वा |
च |
बी |
दा |
खी |
र |
ट |
प |
ल |
पू |
री |
नी |
क |
खी |
च |
ड़ी |
------------- ------------ -------------
------------- ------------- -------------
------------- -------------
उत्तर :-
चाट, जलेबी, चावल, हलवा, चटनी, खीर, पूरी, खिचड़ी |
कुछ करने के लिए
1. आपके आस-पास कौन-कौन से पेड़ हैं ? उनके नाम लिखिए |
उत्तर :- मेरे आस-पास आम, अमरुद, जामुन, पीपल, बरगद, शीशम आदि के पेड़ हैं |
2. पेड़ों से होने वाले फायदों के बारे में बताइए |
उत्तर :- हरे पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन देते हैं और हवा से कार्बनडाइऑक्साइड
ग्रहण करते हैं | पेड़ मिट्टी कटाव को रोकते हैं | पेड़ गर्मी में हमें शीतलता देते
हैं | पेड़ों की लकडियों का इस्तेमाल खिड़की, दरवाजा आदि बनाने और जलावन के रूप में
होता है | ये जानवरों और पक्षियों का आश्रय स्थल होते हैं |
3. अपने बुजुर्गों से बात करके पता कीजिए कि उनके समय में गाँव में पेड़ों की
संख्या अधिक थी या आज अधिक है | यदि पेड़ों की संख्या कम हुई है तो उसके क्या कारण
हैं ? पेड़ों की संख्या बढ़ाने के उपाय खोजिए |
उत्तर :- पेड़ों की संख्या पूर्व में अधिक थी, आज कम है | पेड़ों की संख्या कम
होने के कई कारण हैं – पक्की सड़कों का विस्तार करने के लिए कई पेड़ों को काटा गया,
जनसँख्या में बेतहाशा वृद्धि के कारण जंगलों को काटकर खेती योग्य भूमि,
फैक्टरियाँ, भवन आदि बनाए गएँ | रेलमार्ग निर्माण, खनन, बाँध निर्माण आदि के लिए
भारी मात्रा में पेड़ काटे गएँ |
पेड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए
आमलोगों को वन के महत्व से अवगत कराना और खाली पड़ी जमीन पर योजनाबद्ध तरीके से
वृक्षारोपण करना जरुरी है | जनसँख्या में बेतहाशा वृद्धि को रोकने के लिए सरकार को
एक ठोस जनसँख्या नीति लाने के जरुरत है | अपने खेत में वृक्षारोपण कराने पर सरकार
द्वारा जिस योजना के तहत धनराशी मुहैया कराई जाती है, उसका आमलोगों के बीच प्रचार
करना जरुरी है |
4. इस कविता को कहानी के रूप में सुनाइए और लिखिए |
उत्तर :- एक बालक यमुना के किनारे
स्थित कदम्ब के पेड़ पर बैठ धीरे-धीरे कन्हैया बनता है | जब उसकी माँ उसे दो पैसे
वाली एक बाँसुरी ले दी तो वह चुपके-चुपके नीची डाली से ऊँचे पर चढ़ गया | फिर वह
वहीँ बैठ बड़े मजे से बाँसुरी बजाने लगा | वह वंशी के स्वर में अम्मा-अम्मा कह अपनी
माँ को बुलाने लगा | वंशी के धुन को सुनकर उसकी माँ बहुत खुश हो गयी और अपने बेटे
को वंशी बजाता देखने के लिए अपने सभी काम छोड़कर बाहर आई |
बालक उन्हें देख चुप हो गया और एक
बार माँ कहकर पत्तों में धीरे से छिप गया | उसकी माँ चकित होकर इधर-उधर उसको ढूँढी
लेकिन वह नहीं मिला | उसकी माँ बहुत व्याकुल हो कदम्ब के पेड़ के नीचे तक आ गयीं | जब
वे पत्तों का मर-मर स्वर सुन जैसे ही ऊपर आँख उठायीं तो अपने बेटे को ऊपर डाली पर
देखकर बहुत घबरा गईं और गुस्से में कहने लगीं – “नीचे आ जा |”
लेकिन बालक नहीं उतरा तो उसकी माँ
हँस कर कहने लगीं – “नीचे उतरो, मेरे भैया ! तुम्हें मिठाई, नए खिलौने, माखन,
मिश्री, दूध और मलाई दूँगी |”
इतने प्रलोभन देने के बावजूद बालक
नहीं उतरा और हँसकर सबसे ऊपर की टहनी पर चढ़ गया | वह वहाँ पत्तों में छिपकर धीरे
से बाँसुरी बजाने लगा | उसकी माँ उसे बुलाती रहीं फिर भी वह नीचे नहीं उतरा | तब
उसकी माँ बहुत बेचैन हो आँचल पसार कर ईश्वर से अपने बेटे की सलामती के लिए दुआ
करने लगीं |
बालक अपनी माँ को ध्यान में लगा
देखकर धीरे-धीरे पेड़ से नीचे उतरा और अपनी माँ के फैले आँचल के नीचे छिप गया |
अचानक हुई हलचल से माँ गहरा गईं और अपनी आँखें खोलीं | लेकिन जब अपने मुन्ना राजा
को गोद में ही पाई तो बहुत प्रसन्न हो गईं |
5. श्री कृष्ण बचपन में क्या-क्या शरारतें करते थे ? पता कीजिए, पढ़िए और कक्षा
में सुनाइए |
उत्तर :- श्री कृष्ण बचपन में बहुत शरारती थे | कभी गोपियों की मटकी फोड़ दिया
करते थे तो कभी बछड़ों को गायों का पूरा दूध पिला देते थे | उनको मक्खन बहुत ही
पसंद था | माता यशोदा कृष्ण को जो मक्खन देती थीं, उससे उनका मन नहीं भरता था |
इसलिए, मैया जहाँ भी मक्खन रखतीं, कृष्ण चुपके से गाँव के बच्चों के साथ आकर सारा
मक्खन खा जाते थे | वे गोपियों की मटकी पर कंकड़ मारकर तोड़ देते थे और गोपियों के
कपड़े गीले हो जाते थे | जब गोपियाँ नदी में स्नान कर रही होती थीं तो बाल कृष्ण
उनके कपड़े चुरा लेते थे | बाद में उनसभी के विनती करने पर उनके कपड़े वे लौटा देते
थे |
Extra
knowledge :-
श्री कृष्ण की माता – देवकी और पिता – वासुदेव
पालक माता – यशोदा और पालक
पिता – नंद
भाई – बलराम और बहन – सुभद्रा
14. दोहे
का बरपा जब कृषि सुखाने |
समय चूकि पूनि का पछिताने ||
जिस प्रकार खेत के सूख जाने के बाद बारिश होने का कोई लाभ नही होता, उसी
प्रकार अगर जरुरत के समय कोई मदद करने नही आया तब समय बीत जाने के बाद कोई मदद का
प्रस्ताव करता है तो उस मदद का हमारे लिए कोई उपयोगिता नही होती है |
तुलसी इह संसार में भाँति- भाँति के लोग |
सबसों हिल-मिल चलिए, नदी-नाव संजोग ||
तुलसीदास कहते हैं कि इस संसार में तरह-तरह के व्यवहार वाले लोग रहते हैं |
हमें सभी से हँसकर बोलना चाहिए और मिलजुलकर रहना चाहिए | जैसे नाव नदी से सहयोग
करके पार लगती है, उसी प्रकार हम सभी एक सहयोग से संसार के भवसागर को पार कर सकते
हैं |
परहित सरिस धरम नहीं भाई |
पर पीड़ा सम नहीं अधमाई ||
परोपकार सबसे अच्छा कार्य है और किसी को दुःख पहुँचाने से बड़ा कोई पाप नहीं है
|
रहिमन विपदा हूँ भली, जो थोड़े दिन होय |
हित अनहित या जगत में, जानि परत सब कोय ||
रहीम कहते हैं कि विपत्ति कुछ समय की हो तो
वह भी ठीक है क्योंकि विपत्ति के समय ही सबके
विषय में जाना जा सकता है कि संसार में कौन
हमारा हित चाहता है और कौन अहित |
बड़े बडाई न करे, बड़े न बोले बोल |
रहिमन हीरा कब कहे, लाख टका का मोल ||
जो सचमुच में बड़े होते हैं, वो अपनी बड़ाई खुद नहीं करते हैं, जिस प्रकार हीरा
कभी भी अपना मोल खुद नहीं बताता है कि वह लाख टके का है |
एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाई |
रहिमन सींचे मूल को, फूलई फलई अघाइ ||
रहीम कहते हैं कि पहले एक काम को लेकर पूरा करने की ओर ध्यान देना चाहिए |
बहुत से काम एक साथ शुरू करने से कोई भी काम ठीक ढंग से पूरा नही हो पाता | जैसे
एक पेड़ की जड़ को अच्छी तरह सींचा जाए तो उसका तना, शाखाएँ, पत्ते, फल-फूल सब
हरे-भरे रहते हैं |
अति का भला न बरसना, अति कि भली न धूप |
अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप ||
न तो अधिक बोलना अच्छा होता है और न ही जरुरत से ज्यादा चुप रहना ही ठीक होता
है | जैसे बहुत अधिक बारिश अच्छी नहीं होती है और बहुत अधिक धूप भी अच्छी नहीं
होती है |
करत करत अभ्यास ते, जड़मति होत सुजान |
रसरी आवत जात तै, सिल पर परत निसान ||
जिस प्रकार रस्सी के बार-बार आने-जाने से कठोर पत्थर पर भी निशान पड़ जाता है,
उसी प्रकार बार-बार अभ्यास करने से मूर्ख व्यक्ति भी बुद्धिमान बन सकता है |
बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर |
पंथी को छाया नहीं, फल लाते अति दूर ||
जिस प्रकार खजूर का पेड़ बड़ा होकर भी राजगीरों को छाया नहीं प्रदान करता है और
उसके फल आसानी से तोड़े नहीं जा सकते हैं, उसी प्रकार आपके बड़प्पन में यदि परोपकार
की भाव नहीं हो तो ऐसा बड़प्पन और ऐसी महानता किसी काम की नहीं है |
- तुलसी, रहीम, कबीर
शब्दार्थ
सरिस – समान, बराबर
सम - समान, बराबर
अधमाई – पाप
विपदा – संकट, मुसीबत
अघाना – पेट भर खाना
साधना – अभ्यास करना, प्रयास करना
जड़मति – मूर्ख
सुजान – चतुर
सिल – पत्थर
संजोग – मेल
बातचीत के लिए
1. आप संकट में सहायता के लिए किनके-किनके पास जाते हैं ?
उत्तर :- मैं संकट में सहायता के लिए अपने भले रिश्तेदारों और अच्छे मित्रों
के पास जाता हूँ |
2. कोई काम आपको अच्छी तरह आ जाए इसके लिए आप क्या करते हैं ?
उत्तर :- कोई काम मुझे अच्छी तरह आ जाए इसके लिए मैं उस काम का बार-बार अभ्यास
करता हूँ और उस काम को करने में महारत हासिल करनेवाले लोगों से सलाह लेता हूँ कि
कैसे उस काम को अच्छी तरह से किया जाए |
3. एक साथ कई काम करने पर काम सही ढंग से नहीं हो पाता है | काम सही हो इसके
लिए क्या करना चाहिए ?
उत्तर :- काम सही हो इसके लिए हमें एक समय में एक ही काम पूरी एकाग्रता के साथ
करना चाहिए |
4. हमारा सच्चा मित्र या शुभचिंतक कौन है, इसका पता कब चलता है ?
उत्तर :- हमारा सच्चा मित्र या शुभचिंतक कौन है, इसका पता तब चलता है जब हम
किसी मुसीबत में होते हैं | जो सच्चा मित्र या शुभचिंतक होता है, वह हमें मुसीबत
या दर्द से बाहर निकालने में अपने पूरी क्षमता लगा देता है और जो सच्चे नहीं होते
वो बहाना बना मुसीबत में दिखते भी नहीं हैं |
5. किसी ऐसी घटना के बारे में बताइए जब आपने समय पर काम नहीं किया और आपको
नुकसान हुआ हो |
उत्तर :- एक बार की बात है, जब मैं चौथी कक्षा में था तो मेरे क्लास में हिंदी
का टेस्ट होने वाला था | टेस्ट छः दिन बाद था | मेरे दोस्त कभी मुझे खेलने के लिए
बुलाने मेरे घर आ जाते तो कभी कॉल करके इधर-उधर की बातें करते जिसके कारण मैं ठीक
से पढ़ नहीं पाया और टेस्ट में फेल हो गया |
पाठ में से
1. वर्षा के बहुत ज्यादा या कम होने से क्या-क्या नुकसान होता है ?
उत्तर :- वर्षा बहुत ज्यादा होने पर बाढ़ आ जाती है जो खेतों में खड़े फसलों को
बर्बाद कर देता है | वर्षा कम होने पर पानी के अभाव में फसल सूख जाती है और
पोखर-तालाब में पानी पर्याप्त नहीं रहने से जीव-जन्तुओं को पीने के पानी की किल्लत
हो जाती है |
2. किसे सबसे अच्छा कार्य कहा गया है ?
उत्तर :- परोपकार अर्थात् दूसरों की मदद करने को सबसे अच्छा कार्य कहा गया है
|
3. विपत्ति से हमें क्या पता चलता है ?
उत्तर :- विपत्ति से हमें पता चलता है कि कौन अपना है और कौन पराया | सच्चे
मित्र और रिश्तेदार हमारी विपत्ति में मदद करते हैं और स्वार्थी संगी-साथी हमारा
हाथ छोड़ देते हैं |
आपक समझ से
1. आप अपने इन मित्रों से कौन-सा दोहा सुनाकर समझाएँगे –
(क) जो झगड़ते रहते हैं |
(ख) जो अपनी बड़ाई खुद करते हैं |
(ग) जो घमंड करते हैं |
(क) जो झगड़ते रहते हैं |
उत्तर :-
तुलसी इह संसार में भाँति- भाँति के लोग |
सबसों हिल-मिल चलिए, नदी-नाव संजोग ||
(ख) जो अपनी बड़ाई खुद करते हैं |
उत्तर :-
बड़े बडाई न करे, बड़े न बोले बोल |
रहिमन हीरा कब कहे, लाख टका का मोल ||
(ग) जो घमंड करते हैं |
उत्तर :-
बड़ा हुआ तो क्या हुआ, जैसे पेड़ खजूर |
पंथी को छाया नहीं, फल लाते अति दूर ||
2. पाठ के अनुसार सूची बनाइए –
(क) जो काम हमें करने चाहिए |
उत्तर :- (i) इस संसार में हमें सभी व्यक्तियों से हँस-बोलकर अच्छा व्यवहार
करते हुए जीना चाहिए |
(ii) हमें परोपकार करना चाहिए |
(iii) हमें एक बार में एक ही काम पर ध्यान देकर काम करना चाहिए |
(iv) हमें किसी काम में दक्षता प्राप्त करने के लिए उसका बार-बार अभ्यास करना
चाहिए |
(ख) जो काम हमें नहीं करने चाहिए |
उत्तर :- (i) हमें दूसरों को पीड़ा नहीं पहुँचाना चाहिए |
(ii) हमें अपनी बड़ाई खुद नहीं करनी चाहिए |
(iii) हमें न ही ज्यादा बोलनी चाहिए और न ही बहुत कम |
(iv) हमें अपने बड़प्पन का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए |
3. ‘दोहावली’ पाठ में तुलसी, रहीम और कबीर के तीन-तीन दोहे दिए गए हैं | इनमें
से रहीम के दोहे पहचानकर लिखिए | यह भी बताइए कि आपने इन्हें कैसे पहचाना |
उत्तर :-
रहिमन विपदा हूँ भली, जो थोड़े दिन होय |
हित अनहित या जगत में, जानि परत सब कोय ||
बड़े बडाई न करे, बड़े न बोले बोल |
रहिमन हीरा कब कहे, लाख टका का मोल ||
एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाई |
रहिमन सींचे मूल को, फूलई फलई अघाइ ||
प्रत्येक दोहे में कवि रहीम जी का नाम लिखा हुआ है | इसी से पता चलता है कि ये
रहीम के दोहे हैं |
भाषा के नियम
1. दिए गए वाक्यों में रेखांकित शब्द के विपरीत अर्थ वाले शब्द से वाक्य को
पूरा कीजिए –
(क) हमें न तो बहुत अधिक बोलना चाहिए न ही बहुत ____ |
(ख) हम सबको दोस्त बनाएँ न कि ______ |
(ग) विपत्ति में अपने और ______ की पहचान हो जाती है |
(घ) हमें एक समय में एक ही काम पर ध्यान देना चाहिए न कि ______ कामों
पर |
(ङ) बार – बार अभ्यास करने से मूर्ख भी ______ बन सकता है |
(च) दूसरों को कष्ट पहुँचाना पाप है जबकि दूसरों की सहायता करना ______
|
उत्तर :-
(क) कम
(ख) दुश्मन
(ग) पराये
(घ) अनेक
(ङ) पंडित
(च) पुण्य
2. दिए गए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए –
● संसार –
● पछताना –
● विपदा –
● अभ्यास –
उत्तर :-
● संसार – संसार में विभिन्न प्रकृति के लोग रहते हैं |
● पछताना – समय का मोल नही समझने वालों को अंत में पछताना पड़ता है |
● विपदा – जीवन में आई विपदा हमें मजबूत बनना सिखाती है |
● अभ्यास – रामू गायकी का अभ्यास करते-करते बहुत अच्छा गायक बन गया |
3. नीचे दिए गए शब्दों के समान अर्थ वाले शब्द लिखिए –
● बरषा – _______ ● जड़मति – _______
● सरिस - _______ ● रसरी – _______
● अधमाई - _______ ● पंछी - _______
उत्तर :-
● बरषा – वर्षा ● जड़मति – मूर्ख
● सरिस - समान ● रसरी – रस्सी
● अधमाई – पाप ● पंछी – चिड़िया
शब्दों की दुनिया
1. नीचे कृषि और वर्षा से जुड़े शब्दों को लिखें –
हल बादल
उत्तर :-
कुदाल, जुताई, खेत, बैल, खाद
बाढ़, सुखाड़, सिंचाई, ओला, बिजली
यह भी बताइए कि क्या कृषि और वर्षा में कोई जुड़ाव हो सकता है ? कैसे ?
उत्तर :- कृषि और वर्षा में जुड़ाव है | वर्षाऋतु में बारिश होने पर धान जैसे
फसलों को पर्याप्त पानी मिलता है जिससे फसल अच्छी होती है | लेकिन वर्षा नहीं होने
या बहुत कम होने पर फसल सुख जाते हैं |
2. नीचे दिए गए शब्दों से दो दो नए शब्द बनाइए –
·
हित -
..................
......................
·
बड़ा -
..................
......................
·
सम -
..................
......................
उत्तर :-
·
हित - हितैशी,
हितकर
·
बड़ा - बड़ाई, बड़प्पन
·
सम - समकालीन,
समकोण
कुछ करने के लिए
1. पाठ में दिए गए दोहों के अलावा कुछ दोहे ढूँढिए और अपनी कक्षा में सुनाइए |
उत्तर :-
कबीर के दोहे :
गुरु गोविंद दोऊ खड़े , काके लागूं पाय |
बलिहारी गुरु आपने , गोविन्द दियो बताय ||
अर्थ :-
कबीर दास ने इस दोहे में
गुरु की महिमा का वर्णन किया है | वे कहते हैं कि जीवन में कभी ऐसी परिस्थिति आ
जाए कि जब गुरु और गोविन्द (ईश्वर) एक साथ खड़े मिले तब पहले गुरु को प्रणाम करना
चाहिए क्योंकि गुरु ने ही गोविन्द से हमारा परिचय कराया है इसलिए गुरु का स्थान
गोविन्द से भी ऊँचा है |
ऐसी वाणी बोलिये , मन का आप खोये |
औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होये ||
अर्थ :-
इंसान को ऐसी भाषा बोलनी
चाहिए जो सुनने वाले के मन को बहुत अच्छी लगे | ऐसी भाषा दूसरे लोगों को तो सुख
पहुँचाती ही है, इसके साथ खुद को भी बड़े आनंद का अनुभव कराती है |
रहीम के दोहे :
तरुवर फल
नहिं खात है, सरवर पियहि न पान ।
कहि रहीम पर काज हित, संपति सँचहि सुजान ||
अर्थ :-
वृक्ष अपना फल स्वयं नहीं खाता है और सरोवर भी अपना जल स्वयं नहीं पीता है | रहीम
कहते हैं कि उसी प्रकार अच्छे और सज्जन व्यक्ति वो हैं जो दूसरों के हित हेतु
संपत्ति को संचित करते हैं | इसी में उनका बड़प्पन होता है |
जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करि सकत कुसंग ।
चंदन विष व्यापत नहीं, लपटे रहत भुजंग ॥
अर्थ :- रहीम कहते हैं कि जो अच्छे स्वभाव के मनुष्य होते हैं, उनको
बुरी संगति भी नहीं बिगाड़ पाती है | जिस प्रकार जहरीले साँप सुगन्धित चन्दन के
वृक्ष से लिपटे रहने पर भी उस पर कोई जहरीला प्रभाव नहीं डाल पाते हैं |
तुलसी के दोहे :
देत
लेत मन संक न धरई। बल अनुमान सदा हित करई |
बिपति काल कर सतगुन नेहा। श्रुति कह संत
मित्र गुन एहा॥
अर्थ
:- तुलसीदास कहते हैं कि सच्चा मित्र वह है जो कुछ लेने-देने में अपने मन में किसी
प्रकार की शंका न रखता हो तथा संकट की घड़ी में भी अपनी सहज बुद्धि और बल से सदैव
अपने मित्र का हित करता हो | श्रुतियों के अनुसार विपत्ति के समय में भी अपने
मित्र पर स्नेह रखनेवाला ही सही मायनों में मित्र कहलाने योग्य है |
तुलसी तृण जलकूल कौ निर्बल निपट निकाज |
कै राखै के संग चलै बाँह गहे की लाज ||
अर्थ :- तुलसीदास कहते हैं कि नदी के किनारे पर
उगनेवाली घास बहुत निर्बल और बिलकुल ही काम में न आने योग्य होती है, परन्तु यदि
कोई डूबता हुआ व्यक्ति संकटग्रस्त प्राणी उसे पकड़ने का प्रयत्न करता है तो वह
निर्बल घास भी उसे बचाने के यथासंभव प्रयत्न करती है | अंत में उसकी रक्षा कर लेती
है या टूट कर उसके साथ ही चल देती है | सच्ची मित्रता भी ऐसी ही संकट के समय में
साथ देने वाली होनी चाहिए |
आपकी कल्पना
1. चित्र में आदमी ने क्या कहा होगा ?
उत्तर :- चित्र में आदमी ने साइकिल में हवा डालने को कहा होगा | फिर आदमी ने हवा देने वाले को कहा होगा कि हवा बहुत हो गई है, अब छोड़ दीजिए | साइकिल के टायर के आवाज करने पर आदमी ने कहा होगा कि मैंने पहले ही कहा था कि हवा हवा टायर में बहुत हो गई है, रुक जाइए लेकिन आपने मेरी बात नहीं मानी |
15. चिट्ठी आई है
अभ्यास
बातें यहाँ-वहाँ की
1. सलोनी ने बेबी को चिट्ठी लिखकर छठ पर्व के बारे में बताया | किसी दूर बैठे
व्यक्ति तक अपनी बात पहुँचाने के और कौन-कौन से साधन हो सकते हैं ?
2. टेलीफ़ोन / मोबाइल और चिट्ठी के द्वारा अपनी बात बताने में क्या अंतर होगा ?
3. आप छठ पर्व कैसे मनाते हैं ?
4. करवा SSS जे फरे SSS ला घवद से SS ............ | ( छठ पर गाए
जाने वाले इस गीत को आप सभी ने सुना होगा | छत पर्व पर गाए जाने वाले अन्य गीत
सुनाइए | )
5. क्या आपने कभी अपने मित्र को पत्र लिखा है ? उसमें क्या-क्या लिखा था ?
बात चिट्ठी की
1. छठ कब और क्यों मनाया जाता है ?
2. छठ पर्व कितने दिनों का होता है ? उन दिनों क्या-क्या किया जाता है ?
3. घाट पर जाने से पहले क्या-क्या तैयारियाँ की जाती हैं ?
4. छठ पर्व पर प्रसाद में कौन-कौन सी चीजें होती हैं ? उनकी एक सूची बनाइए |
आपकी बातें
1. आपको कौन-सा त्योहार अच्छा लगता है और क्यों ?
2. छठ पर्व की कौन-सी बात आपको सबसे अच्छी लगती है और क्यों ?
3. भारत के अन्य किन्हीं तीन राज्यों के प्रसिद्ध त्योहारों की सूची बनाइए और
बताइए कि इस अवसर पर क्या-क्या होता है और कौन-कौन से पकवान बनाए जाते हैं ?
राज्यों के नाम |
प्रसिद्ध त्योहार |
क्या करते हैं |
मुख्य पकवान/व्यंजन |
............. |
............. |
............. |
.............
|
............. |
............. |
............. |
............. |
............. |
............. |
............. |
............. |
चिट्ठी-पत्री
1. पता कीजिए कि संदेश भेजने के लिए पहले किन-किन साधनों का प्रयोग किया जाता
था ?
2. हरकारों ( पत्र ले जानेवाले ) को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता
होगा ?
3. चिट्ठी के लिफाफे या पोस्टकार्ड पर क्या-क्या लिखा जाता है और क्यों ?
4. आप भी नीचे दिए गए लिफाफे के आगे-पीछे पाने वाले और भेजने वाले से जुड़ी
जानकारी लिखिए –
मान लीजिए कि चिट्ठी भेजने वाले आप हैं और चिठ्ठी पाने वाला आपका मित्र |
5. आप अपने घर में कोई पुरानी चिट्ठी ढूँढिए | उसे देखिए और नीचे दिए गए
सवालों के जवाब लिखिए –
(क) पत्र किसने लिखा ?
(ख) किसे लिखा ?
(ग) किस तारीख को लिखा ?
(घ) यह पत्र किस डाकखाने में और किस तारीख को पहुँचा ?
(ङ) यह उत्तर आपको कैसे पता चला ?
6. चिट्ठी भेजने के लिए आमतौर पर पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय पत्र या लिफाफा
इस्तेमाल किया जाता है | इनका मूल्य पता करके लिखिए –
● पोस्टकार्ड –
● अंतर्देशीय पत्र –
● लिफाफा –
बात पते की
1. ‘पिन’ (PIN) भारत
में शब्द पोस्टल इंडेक्स नंबर का छोटा रूप है | किसी भी जगह का पिनकोड 6 अंकों का
होता है | हर अंक का एक ख़ास मतलब होता है , जैसे –
● पहला अंक बताता है कि यह पिनकोड किस राज्य का है – बिहार, दिल्ली, उड़ीसा या
फिर किसी और राज्य का |
● दूसरे दो अंक यह बताते हैं कि राज्य के किस उपक्षेत्र का कोड है |
● अगले तीन अंक बताते हैं कि यह ऐसे डाकघर का कोड है जहाँ से डाक बाँटी जाती है
|
2. आप जहाँ रहते हैं वहाँ का पिन कोड क्या है ?
3. आपके स्कूल का पिन कोड क्या है ?
4. अपने किसी रिश्तेदार का पता पिन कोड के साथ लिखिए –
...........................................................................
...........................................................................
भाषा के नियम
|
1. सही कारक-चिह्नों से
वाक्य पुरे कीजिए –
(क) हमारे बिहार ......... छठ पर्व ..........बड़ा महत्व है |
(ख) मौसी जी .......... प्रसाद ले आओ |
(ग) मुन्ना ने सूप .......... चावल फटका |
(घ) सलोनी .......... बेबी .......... चिट्ठी लिखी |
(ङ) सभी बच्चे छत .......... बैठ गए |
2. नीचे दिए गए वाक्यों में क्रिया शब्दों पर घेरा लगाइए –
(क) लगभग हर घर में पूजा की जाती है |
(ख) लगभग सभी परदेसी गाँव आ जाते हैं |
(ग) इसमें प्रसाद भी वितरित करते हैं |
(घ) चिट्ठी का जवाब जरुर लिखना |
3. हर्ष + उल्लास से ‘हर्षोल्लास’ शब्द बना है | आप भी नए शब्द बनाइए |
(क) महा + उत्सव :
........................
(ख) आनंद + उत्सव : ........................
(ग) सूर्य + उदय :
........................
(घ) चंद्र + उदय :
........................
4. इनके मतलब समझाइए –
● शुक्ल पक्ष – .....................................
● षष्ठी तिथि –
.....................................
● अर्घ देना – .....................................
● व्रती –
.....................................
● कार्तिक महिना –
.....................................
● परदेसी –
.....................................
● मन्नत -
.....................................
5. सही उत्तर पर (√) लगाइए |
(क) ‘प्रसन्नता’ का अर्थ है - मजा,
ख़ुशी, दुःख
(ख) ‘तैयारी’ का बहुवचन रूप है – तैयारीं, तैयारे, तैयारियाँ
(ग) ‘पुरुष’ का बहुवचन रूप है – पुरुषें, पुरुष, पुरुषों
(घ) ‘घर में, का बहुवचन रूप है – घर में, घर, घरों में
(ङ) ‘रात्री’ का विलोम शब्द है – रात, दिवस, उजाला
कुछ करने के लिए
1. छठ पर्व पर गाए जाने वाले कुछ गीतों को इकट्ठा करके लिखिए और अपने साथियों
के साथ गाइए |
2. माँ जब बच्चे को सुलाती है या जब धान की फसल कटती है तो अक्सर कौन-से गीत
गाए जाते हैं ? पता करके लिखिए और गाइए |
16. मरता
क्या न करता
अभ्यास
‘मरता क्या न करता’ शीर्षक कहानी केरल की लोक कथा है | लोक कथाएँ सामान्य जीवन
में कही गई या प्रचलित कहानियाँ होती हैं |
आप बिहार की लोककथाएँ ‘टिपटिपवा’ और ‘उपकार का बदला’ पढ़ चुके हैं |
1. तीनों लोककथाओं में से आपको कौन-सी लोककथा सबसे ज्यादा पसंद आई और क्यों ?
2. तीनों लोक कथाओं में से एक-एक घटना के बारे में लिखिए जो आपको बहुत मजेदार
लगी हो |
मजेदार घटना
टिपटिपवा |
उपकार का बदला |
मरता क्या न करता |
|
कथा में से
1. लक्ष्मी को विष्णु पोटि्ट की कौन-सी आदत पसंद नहीं थी ?
2. लक्ष्मी के पड़ोसी उससे क्यों नाराज रहते थे ?
3. लक्ष्मी ने विष्णु पोटि्ट को क्या समझाया ?
4. दोपहर को दो अजनबियों को देख लक्ष्मी ने क्या किया ?
5. लक्ष्मी ने अतिथियों से ऐसा क्या कहा कि वे भाग खड़े हुए ?
सोच समझकर
1. सवालों को पढ़िए और सोच समझकर सही जवाब पर
(क) लक्ष्मी दो अजनबियों को देख घबरा गईं , क्योंकि –
(ख) विष्णु पोटि्ट ने ऐसा क्यों कहा कि उसके मेहमानों का अपमान हुआ है |
(ग) लक्ष्मी को फिर कभी भूखा नहीं रहना पड़ा, क्योंकि –
(घ) घर चलाने का मतलब है –
2. अगर आप लक्ष्मी की जगह होते तो क्या उपाय करते ?
3. आप अपने अतिथियों के स्वागत में अपने माता-पिता की मदद कैसे करते हैं ?
4. दानी बनने के लिए विष्णु पोटि्ट क्या करता था ? क्या उसका यह तरीका ठीक था
? कारण बताइए |
दाल-भात में मूसल
‘अरे जाओ, अपना काम करो | क्यों दाल-भात में मूसल बन रहे हो ?’ इस वाक्य में
दाल-भात में मूसल बनना एक मुहावरा है जिसका अर्थ है – बिना मतलब दूसरों के कामों
या बातों में दखल देना |
मूसल की तरह रसोईघर से जुड़ी ऐसी कई चीजें हैं जिनसे मुहावरे / लोकोक्तियाँ बनी
हैं |
जैसे –
◊ थाली का बैंगन
◊ बिन पेंदे का लोटा
◊ जले पर नमक छिड़कना
◊ पाँचों अँगुलियाँ घी में होना
◊ आटे दाल का भाव मालूम होना
◊ जब ओखली में सिर दिया तो मूसल से क्या डरना
इन मुहावरों एवं लोकोक्तियों का प्रयोग वाक्यों में करते हुए अर्थ समझाइए |
2. मूसल का प्रयोग धान कूटने के लिए किया जाता है | बताइए, इन कामों के लिए
किस चीज का प्रयोग किया जाता है –
◊ चारा काटने के लिए ..............................
◊ खेत में बीज बोने के बाद जमीन समतल करने के लिए
..............................
◊ घास काटने के लिए ..............................
◊ सुपारी काटने के लिए ..............................
◊ पानी उलीचने के लिए
..............................
आदतों की दुनिया
1. विष्णु पोटि्ट की यह आदत थी कि वह रोज दो एक लोगों को अपने घर खाना खिलाने
ले आते थे |
किन्हीं तीन व्यक्तियों के नाम, आदत लिखकर बताएँ कि वह आदत आपको पसंद है या
नहीं –
व्यक्ति का नाम |
आदत |
पसंद है / नहीं है |
|
|
|
|
|
|
|
|
|
2. आपकी भी कुछ आदतें होंगी | अपनी आदतों पर √ लगाइए -
3. आप ऊपर की किन आदतों को अच्छा और किन आदतों को खराब मानते हैं ? क्यों ?
भाषा के रंग
1. नीचे दिए गए शब्दों को बोल-बोलकर पढ़िए और सही शब्द से वाक्य पुरे कीजिए –
विष्णु पोटि्ट, छुट्टी, लिट्टी, इकट्ठा, चिट्ठी, लट्ठ, गड्ढा, गट्ठर
● भोला ने अपना ................. उठाया |
● स्कूल की ............... हो गई |
● आगे एक गहरा ............... है |
● ............... को दानी
कहलाने का शौक था |
● लक्ष्मी ने ............... –चोखा
बनाना सीखा |
● डाकिया ............... लाया था |
● उसने घास का ............... उठाया |
● सभी लोग गाँधी मैदान में ............... हो गए |
2. वाक्य में मोटे शब्दों की जगह ऐसे शब्द की प्रयोग करके वाक्य को दुबारा
लिखिए जिससे अर्थ न बदले
(i) दोपहर को दो अजनबी आए |
(ii) बस वे नाराज होकर चले गए |
(iii) वह ऐसी जगह बैठ गई जहाँ से अतिथि उसे देख सकें |
(iv) अब तो अतिथि बहुत चकराए |
(v) इसका संबंध भी आप ही से है |
3. नीचे दिए गए शब्दों को पढ़िए :-
दोपहर, तिराहा, चारपाई, चौगुना, चौराहा
क्या आपको इन शब्दों में कोई ख़ास बात नजर आती है ? इन सभी शब्दों का पहला
अक्षर संख्या की ओर संकेत करता है | यानी शब्द संख्यावाची है | आप भी ऐसे कोई दो
नए शब्द लिखिए और इन शब्दों में छिपी संख्या बताइए –
● दोपहर, दोबारा , दोपहिया
● तिराहा, .......... , ...........
● चौराहा, .......... , ............
● चारपाई, ............ , ............
● चौगुना, ............ , ............
● छमाही, ............ , ............
आपके सवाल
नीचे दिए गए अनुच्छेद को पढ़िए और कोई पाँच सवाल बनाइए –
विष्णु पोटि्ट गुस्से से चिल्लाया, “तुमने मेरे मेहमानों का अपमान कर दिया | लाओ मूसल, मैं उन्हें दे आता हूँ”, पत्नी के हाथ
से मूसल छिनकर वह अतिथियों के पीछे दौड़े | दोनों काफी आगे निकल गए थे | उन्होंने
विष्णु पोटि्ट को गुस्से में मूसल उठाए पीछे आते देखा तो बोले, “देखो, वह आ रहा है
हमें मारने !” दोनों अपनी जान बचाकर भागे |
सवाल
1. ............................................................
2. ............................................................
3. ............................................................
4. ............................................................
5. ............................................................
कुछ करने के लिए
1. ‘मरता क्या न करता’ शीर्षक कहानी की जो घटना आपको सबसे मजेदार लगी हो, उसका
एक चित्र बनाइए |
2. इस कहानी का मंचन कीजिए |
3. लक्ष्मी की चतुराई के बारे में बताते हुए अपनी मौसी जी को पत्र लिखिए |
4. आप जानते हैं कि ‘मरता क्या न करता’ केरल की लोककथा है | केरल राज्य भारत
के दक्षिण में है | नीचे दिए गए मानचित्र में ‘केरल’ राज्य को मनपसंद रंग से भरिए
और अपने शिक्षक या किसी अन्य व्यक्ति की सहायता से केरल के बारे में जानकारी
प्राप्त करते हुए तालिका में लिखिए –
केरल के बारे में |
|
राजधानी |
|
भाषा |
|
ख़ास व्यंजन |
|
ख़ास फसल |
|
ख़ास पेड़-पौधे |
|
ख़ास दर्शनीय स्थल |
|
0 Comments